Class 8 Hindi Chapter 9 Solution (Pallav Bhag-III) – जैसे को तैसे | SCERT Assam

SCERT Assam Class 8 Hindi Chapter 9 – “जैसे को तैसे” Summary & Solutions

Class 8 Hindi Chapter 9 Solutions | Ospin Academy

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📖 अध्याय परिचय:

यह कहानी न्याय और प्रतिशोध की भावना को दर्शाती है। इसमें दिखाया गया है कि गलत करने वाले को उसी तरह उत्तर मिलता है, जैसा वह दूसरों के साथ करता है।

  • न्याय की अवधारणा: गलत करने वालों को उनकी करनी का फल मिलता है।
  • मानवीय मूल्य: अच्छाई और बुराई के बीच संघर्ष।
  • कहानी का संदेश: बुराई का अंत हमेशा बुराई से होता है।

📌 मुख्य विषय:

  • “जैसे को तैसे” का क्या अर्थ है?
  • इस कहानी में कौन-कौन से पात्र महत्वपूर्ण हैं?
  • कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
  • यह कहानी वास्तविक जीवन में कैसे लागू होती है?

📝 Ospin Academy कैसे मदद करता है?

  • संपूर्ण समाधान: SCERT Assam Class 8 Hindi Chapter 9 के सभी उत्तर।
  • MCQs और अतिरिक्त प्रश्न: परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न।
  • सरल व्याख्या: समझने में आसान भाषा में समाधान।
  • त्वरित पुनरावृत्ति नोट्स: परीक्षा से पहले पढ़ने के लिए संक्षिप्त नोट्स।

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Chapter 9: जैसे को तैसे

Class 8 Hindi

Chapter – 9 Ospin Academy

जैसे को तैसा

अभ्यास–माला

1. प्रस्तुत कहानी को अपने ढंग से कक्षा में सुनाओ।

उत्तर: छात्र – छित्री खुद करे।

2. निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दो:

(क) कुम्हार को धोबी के गधे पर इतना गुस्सा क्यों आया था?

उत्तर: कुम्हार को धोबी के गधे पर इतना गुस्सा इसलिए आया क्योंकि धोबी के गधे ने कुम्हार के सभी बर्तनों पर कूद–कूद कर उन्हे तोड़ दिया।

(ख) कुम्हार धोबी को क्यों सबक सिखाना चाहता था?

उत्तर: कुम्हार धोबी को इसलिए सबक सिखाना चाहता था कि मेहनत तो वह दुबारा कर लेगा पर ग्राहक की तय किए समय के अंदर वह बर्तन कैसे दे पाएगा कुम्हार के लिए ये गंभीर समस्या थी। इसलिए गधे द्वारा किए गए नुकसान के बदले वह धोबी को सबक सिखाना चाहता था।

(ग) दरबार में जाकर कुम्हार बादशाह अकबर से क्या बोला?

उत्तर: दरबार में जाकर कुमार बादशाह अकबर से यह बोला की महाराज, शाम को ही मेरे एक मित्र ईरान से आए हैं। उन्होंने मुझे बताया है कि ईरान के शाह हमारे देश और यहाँ के लोगों से बहुत प्रभावित हैं। परंतु वह कहता है कि भारतीय हाथी काले व गंदे होते हैं। उसकी सेना में सफेद व स्वच्छ हाथी है।

(घ) धोबी क्यों घबरा गया था?

उत्तर: धोबी इसीलिए घबराया की उसने कुछ हाथियों को सारा दिन रगड़–रगड़ कर साफ किया परंतु वे सभी काले के काले ही रह गया।

(ङ) हाथियों को साफ न कर पाने के कारण बादशाह अकबर द्वारा धोबी को डाँटे जाने पर वह क्या बोला?

उत्तर: वह बोला, “महाराज, यदि मेरे पास एक बड़ा टय। जिसमें हाथी को रगड़ते समय रखा जा सके तो मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे हाथी ईरान के बादशाह हाथियों से अधिक सफेद हो जाएँगे।

(च) ‘जैसे को तैसा’ कहानी से तुम्हें क्या सीख मिली?

उत्तर: ‘जैसे को तैसा’ कहानी से हम यह सिख मिलती है की हमे कभी भी किसका बुरा नही करना चाहिए क्यों की हमे जसे कर्म करेंगे वैसे ही हमे फल मिलेगा।

(छ) धोबी को सबक सिखाने के लिए कुम्हार ने कौन-सी योजना बनाई?

उत्तर: धोबी को सबक सिखाने के लिए कुम्हार ने बादशाह की हाथी कुम्हार को साफ करने की योजना बनाई।

(ज) क्या कुम्हार अपनी योजना में कामयाब हुआ?

उत्तर: नहीं कुम्हार अपनी योजना में कामयाब नही हुआ।

(झ) धोबी सहायता के लिए किसके महल की ओर चल पड़ा था?

उत्तर: धोबी सहायता के लिए बीरबल के महल की ओर चल पड़ा था।

3. सही शब्द चुनकर वाक्यों को पूरा करो:

(क) गधा ………. के कारण जोर-जोर से रेंकने लगा।

(i) क्रोध।

(ii) दर्द।

(iii) बुखार।

(iv) भय।

उत्तर: गधा दर्द के कारण जोर-जोर से रेंकने लगा।

(ख) ……… से मिलने के पश्चात वह निश्चिंत होकर अपने घर वापस आ गया।

(i) अकबर।

(ii) बीरबल।

(iii) ईरान के बादशाह।

(iv) कुम्हार।

उत्तर: बीरबल से मिलने के पश्चात वह निश्चिंत होकर अपने घर वापस आ गया।

(ग) कुम्हार को हाथी के नहाने के लिए ……. बनाने का आदेश दिया गया।

(i) गमला।

(ii) टब।

(iii) कंडाल।

(iv) घड़ा।

उत्तर: कुम्हार को हाथी के नहाने के लिए टब बनाने का आदेश दिया गया।

(घ) “मैं तुम्हें तुम्हारी इस …….के लिए इनाम दूँगा।”

(क) तरकीब।

(ख) बुद्धिमत्ता।

(ग) चालाकी।

(घ) सहायता।

उत्तर: “मैं तुम्हें तुम्हारी इस बुद्धिमत्ता के लिए इनाम दूँगा।”

पाठ के आस-पास

1. आओ, सभी मिलकर चर्चा करें:

(क) प्राणी-हिंसा को कैसे रोकें?

(ख) जीव-जंतुओं की सुरक्षा के लिए हम क्या कर सकते हैं?

(ग) सभी प्राणियों के साथ हमें क्या प्रेम का भाव नहीं रखना चाहिए?

Class 8 Social Science

भाषा-अध्ययन

1. आओ जानें:

रचना के आधार पर वाक्य तीन प्रकार के होते हैं-

(i) सरल वाक्य।

(ii) संयुक्त वाक्य।

(iii) मिश्र वाक्य।

इन वाक्यों को ध्यान से देखो –

बच्चे मैदान में खेल रहे हैं।

सूर्योदय होने पर पक्षी बोलने लगे।

संन्यासी आशीर्वाद देकर अदृश्य हो गया।

स्वावलंबी व्यक्ति सदा सुखी रहते हैं।

शशि नाच रही है।

ऊपर के सभी वाक्यों में मुख्य क्रिया एक ही है, जो रेखांकित अंशों में स्पष्ट है। आकार में छोटे-बड़े होते हुए भी रचना की दृष्टि से इनमें समानता है। ऐसे वाक्यों को सरल वाक्य कहा जाता है।

अब इन वाक्यों को देखो। इन वाक्यों में दो-दो उपवाक्य हैं और दोनों उपवाक्य किसी समुच्चय बोधक या योजक शब्द से जुड़े हुए हैं –

मैं नित्य व्यायाम करता है और स्नान करता है।

आप कुछ पीएँगे या आपके लिए भोजन ले आऊँ?

सुषमा बीमार है, इसलिए आज स्कूल नहीं गई।

मजदूर परिश्रम करता है लेकिन उसका लाभ उसे नहीं मिलता।

यदि वह झूठ नहीं बोलता तो दंड न पाता।

ऊपर के उदाहरणों में रेखांकित शब्द ‘और’, ‘या’, ‘इसलिए’, ‘लेकिन’, ‘तो’ आदि शब्दों से दो-दो उपवाक्य जुड़े हुए हैं। योजकों की सहायता से जुड़े हुए ऐसे वाक्यों को संयुक्त वाक्य कहते हैं।

कुछ और वाक्य देखो –

राम ने कहा कि हम लड़ाई नहीं चाहते।

जो मेहनत करता है, उसे अवश्य सफलता मिलती है।

जब तुम स्टेशन पहुँचे तब मैं घर से चला।

श्यामलाल, जो पानबाजार में रहता है, मेरा मित्र है।

यह वही भारत देश है, जिसे कभी सोने की चिड़िया कहा जाता था।

ऊपर के वाक्यों में एकाधिक उपवाक्य है। इनमें से एक प्रधान उपवाक्य है और अन्य गौण उपकच्य। इन उदाहरणों में रेखांकित अंश गौण उपवाक्य है और दूसरे अंश प्रधान उपवाक्य। ऐसे वाक्यों को मिश्र वाक्य कहते हैं।

इन तीनों प्रकार के दो-दो वाक्य लिखकर शिक्षक/ शिक्षिका को दिखाओ।

2. अपनी शिक्षण-माध्यम भाषा में अनुवाद करो:

लाचित बरफुकन असम के एक प्रसिद्ध वीर थे। उन्होंने शराइघाट की लड़ाई में मुगलों को हराया और असम को बचाया था।

मुगल असम को जीत लेना चाहते थे। उनके सेनापति रामसिंह असम को जीतने के लिए दिल्ली से आये थे, पर लड़ाई में वे लाचित बरफुकन से हार गये।

लाचित बरफुकन अपने देश से बहुत प्यार करते थे। देश के काम में उनके मामा ने ढिलाई की थी। इस कारण मामा भी बच नहीं पाए। उन्होंने कहा था- “देश से मामा बड़ा नहीं है”

3. नीचे दिए गए अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करो:

(i) मैंने रोटी खाया।

उत्तर: मैने रोटी खाई।

(ii) वह दो महीने से बीमार हैं।

उत्तर: वे दो महीने से बीमार हैं।

(iii) इस चिट्ठी को किसने लिखी है।

उत्तर: यह चिट्ठी को किसने लिखी है।

(iv) बच्चा माँ के बगल में बैठा है।

उत्तर: बच्चा माँ के बगल में बैठी है।

(iv) राम और सीता आ रही है।

उत्तर: राम और सीता आ रहे है।

4. आओ, जान लें:

‘से’ विभक्ति का प्रयोग

करण और अपादान इन दोनों कारकों को विभक्ति ‘से’ है। करण कारक की ‘से’ विभक्ति ‘साधन’ और अपादान कारक की ‘से’ विभक्ति ‘पृथकता’ की द्योतक हैं। जैसे-

(क) करण की ‘से’ विभक्ति।

उत्तर: (i) चम्मच से खाना खाओ।

(ii) कलम से चिट्ठी लिखो।

(ख) अपादान की’ से’ विभक्ति।

उत्तर: (i) धनुष से से तीर छूटा।

(ii) पेड़ से पत्ता गिरा।

इसी तरह दोनों कारकों के पाँच-पाँच वाक्य लिखो।

उत्तर: (क) करण की ‘से’ विभक्ति।

(i) गिलास से पानी पियो।

(ii) कलम से होमवर्क करो।

(ख) अपादान की’ से’ विभक्ति।

(i) हाथ से तलवार छूटा।

(ii) पेड़ से आम गिरा।

में / पर विभक्ति का प्रयोग

अधिकरण कारक की विभक्तियाँ ‘ में’ और ‘पर’ हैं। जहाँ किसी चीज का किसी स्थान या वस्तु के अंदर रहने का भाव प्रकट होता है, वहाँ’ में’ का और जहाँ ऊपर रहने का भाव प्रकट होता है वहाँ’ पर’ का प्रयोग होता है। जैसे-

(i) अंदर रहने का भाव।

राजू घर में है।

किताब अलमारी में है।

(ii) ऊपर रहने का भाव।

किताब मेज पर है।

फर्श पर कालीन बिछा है।

5. निम्नलिखित गद्यांश का शीर्षक देकर सार लिखखे:

मानव जीवन में खेलकूद का महत्वपूर्ण स्थान है। खेल व्यायाम का सबसे अच्छा साधन है। जिस बालक का मन अन्य कहीं नहीं लगता उसका मन भी खेलकूद में खूब लगता है। खेलने से चिंता दूर होती है, उत्साह बढ़ता है तथा तन-मन दोनों प्रसन्न रहते हैं। इससे शरीर में चुस्ती आती है तथा कार्यक्षमता बढ़ती है। अनेक ऐसे गुण हैं, जो खेलों में भाग लेने से अपने-आप ही आ जाते हैं। अनुशासन, सहयोग आदि ऐसे हो गुण है। आजकल नौकरियों में भी अच्छे खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाती है। खेलों से राष्ट्रों के बीच अच्छे संबंध बन रहे हैं, ये राष्ट्रों को एक-दूसरे के निकट लाने में सहायक हो रहे हैं।

उत्तर: खेलकुद का महत्व मानव जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। खेल व्यायाम का सबसे अच्छा साधन है। खेलने से चिंता दूर होती है, उत्साह बढ़ता है तथा तन-मन दोनो प्रसन्न रहते है। इससे शरीर में कार्यक्षमता बढ़ती है। खैलों से राष्ट्रों के बीच अच्छे संबंध बन रहे है, ये राष्ट्रों को एक-दूसरे के निकट आते है।

योग्यता-विस्तार

(क) आओ, वीरचल के बारे में जान लें:

कहा जाता है कि चीरबल अकबर के दरबार के सबसे ईमानदार और वफादार मंत्री थे। अकबर के दरबार में नौ रत्न थे। ये अचीरबल अकबर के थे। कहते हैं बीरबल उनमें से एक थे। अकबर बीरबल को अपना सलाहकार मानते थे। राजा टोडरमल तथा तानसेन अकबर के नवरत्नों में आज तक याद किए जाते हैं।

इस तरह टोडरमल और तानसेन की जीवनी का संग्रह करते हुए उनके बारे में जान लो।

(ख) प्रस्तुत कहानी’ जैसे को तैसा’ की तरह अकबर-बीरबल की अन्य कहानियों ढूँढ़कर पदी और कोई एक कहानी कक्षा में सुनाओ।

परियोजना

सफेद हाथी के लिए ईरान तथा एक सींग वाले गैंडे के लिए असम प्रसिद्ध है। इसी तरह राजस्थान ऊँट के लिए प्रसिद्ध है। तुमलोग ऐसे और दो राज्यों के नाम लिखो जो विशिष्ट जानवरों के लिए प्रसिद्ध हैं।

नीचे पाठ में आए कुछ शब्दों के अर्थ दिये गये हैं। पाठ से लिए गए शेष शब्दों के अर्थ शब्द-कोश की मदद से खुद खोजकर लिखो:

उत्तर:

शब्द

अर्थ

पड़ोस

किसी स्थान के आस–पास का स्थान

हिफाजत

रखवाली

डाँट

बादशाह, महाराज

शाह

बिगड़कर कही हुई बात, डपट

धूप

सूर्य

दर्द

पीड़ा

रेकना

गधे का बोलना

सजा

दंड

कीमत

मूल्य

ग्राहक

खरीददार

समस्या

कठिन विषय

नुकसान

हानि

शरारत

बुरा अभिप्राय रहना

उपयुक्त

ऊपर मे उल्लेख करना

योजना

आयोजन

टब

मिट्टी से बनाने वाला पात्र

कमजोर

दुर्बल

मजबूत

शक्तिशाली

तरकीब

साधुवाद

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Note – If you find any mistakes in this chapter, please let us know or correct them yourself while reading. Thank you!
SCERT Assam Class 8 Hindi Chapter 9 FAQs | जैसे को तैसे | Ospin Academy
SCERT Assam Class 8 Hindi Chapter 9 – जैसे को तैसे FAQs
1. “जैसे को तैसे” का क्या अर्थ है?
इसका अर्थ है कि व्यक्ति को उसके कर्मों का वैसा ही उत्तर मिलता है जैसा वह दूसरों के साथ करता है।
2. SCERT Assam Class 8 Hindi Chapter 9 के समाधान कहां मिल सकते हैं?
Ospin Academy पर विस्तृत समाधान, MCQs और पाठ का सारांश उपलब्ध है।
3. इस कहानी में कौन-कौन से पात्र महत्वपूर्ण हैं?
इस कहानी में मुख्य पात्र वे हैं जो अन्याय के खिलाफ खड़े होते हैं और न्याय की स्थापना करते हैं।
4. “जैसे को तैसे” का संदेश क्या है?
यह कहानी दर्शाती है कि अच्छाई का फल अच्छा और बुराई का अंत बुराई से ही होता है।
5. “जैसे को तैसे” परीक्षा के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
यह पाठ नैतिक मूल्यों और न्याय की अवधारणा को समझने में मदद करता है, जो परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
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